क्या है सबसे सुन्दर जग में ?
क्या है सबसे कुरूप ?
मन है सबसे सुन्दर जग में |
मन है सबसे कुरूप |
तन का क्या है, आज है गोरा
कल काला हो सकता है
काले को भी गोरे में बदला जा सकता है
मेरी बात पर ज़रा गौर फरमाना
इस शरीर को है एक दिन मर जाना
मरने के बाद भी सुन्दर मन को याद करेगा जमाना
(बहुत पहले मतलब बचपन में लिखी थी ये कविता, पर आज भी मुझे बेमानी नहीं लगी तो सोचा आप लोगों की भी प्रतिक्रिया देख लूँ )