हे साईं तुझपे मैं कल्पना समर्पित करती हूँ
हे बाबा तुझको एक रचना अर्पित करती हूँ
हे नाथ इसे स्वीकार करो
हे साईं इसे स्वीकार करो
हे साईं तेरे चरणों में अश्रुधार अर्पित करती हूँ
हे दयावान तेरी दया पे मुस्कान समर्पित करती हूँ
हे साईं इसे स्वीकार करो
हे नाथ इसे स्वीकार करो
हे प्रभु तुझको मन का हर भाव अर्पित करती हूँ
हे दाता तेरी मुस्कान पे संसार समर्पित करती हूँ
हे नाथ इसे स्वीकार करो
हे साईं इसे स्वीकार करो
मेरा अर्पण है कुछ भी नहीं फिर भी हे साईं ग्रहण करो
मेरा समर्पण है कुछ भी नहीं फिर भी हे साईं ग्रहण करो
हे साईं इसे स्वीकार करो
हे नाथ इसे स्वीकार करो
बहुत सुन्दर समर्पित साईमयी प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंखुबसूरत रचना सीधी सादी भक्तिपूर्ण अच्छी लगी
जवाब देंहटाएंसुन्दर भक्तिपूर्ण रचना..जय साईं नाथ..
जवाब देंहटाएंभक्ति में समर्पण की भावना भरती अच्छी रचना
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना है... आत्मा का परमात्मा से मिलन ...
जवाब देंहटाएंभक्ति भाव से समर्पित..
'परम पिता परम ब्रम्हा राजाधिराज योगीराज महाराज श्री सच्चिदानंद साईं नाथ महाराज की जय'
जवाब देंहटाएंसाईं भक्ति को समर्पित एक अच्छी रचना। आपको बधाई हो। आपने साईं की महिमा को लेकर एक अच्छी रचना पढने का अवसर दिया इसलिए धन्यवाद भी।
.............सुन्दर भक्तिपूर्ण रचना.
जवाब देंहटाएंओम साईं नाथाय नम:………बहुत सुन्दर भाव्।
जवाब देंहटाएंमन भावन ...भक्ति पूर्ण ...
जवाब देंहटाएं.सुन्दर भक्तिपूर्ण रचना.ओम साईं नाथाय नम!
जवाब देंहटाएंOm sai raaam...!!
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