शनिवार, 1 जनवरी 2011

नए साल में कुछ नया करें


चलो नए साल में कुछ नया करें ,
सबके जीवन में नए रंग भरें |


किसी के आँसु पोंछें,
किसी को मुस्कान दे दें |


धूप में किसी को साया ,
किसी गिरते को सहारा दे दें |


मानवता के उत्थान  हित,
कुछ और नहीं तो दुआ दे दें |


उपेक्षित जनों को ,
चाहत का दरिया दे दें |


लोभ, द्वेष को छोड़ ,
घृणा को तिलांजलि दे दें |


दुखी किसी जान को ,
खुशियों कि होली दे दें |


गुमनाम अंधेरों को ,
जगमगाती दिवाली दे दें |












दबे कुचलों को ,
बुलंद आवाज़ दे दें |


किसी मायूस जीवन को ,
मधुर सुरों का साज दे दें |





10 टिप्‍पणियां:

  1. नए साल की आपको सपरिवार ढेरो बधाईयाँ !!!!

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  2. हर बार की तरह शानदार प्रस्तुति
    खुशियों भरा हो साल नया आपके लिए

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  3. बहुत ही सुंदर कविता और उतने ही सुंदर भाव....लाजवाब....
    नया साल आपको और आपके पूरे परिवार को मुबारक हो..

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  4. लोग ऐसा करने की ठान लें तो क्या बात है..
    नववर्ष आपके और आपके सभी अपनों के लिए खुशियाँ और शान्ति लेकर आये ऐसी कामना है
    मैं नए वर्ष में कोई संकल्प नहीं लूंगा
    एक जनवरी की शाम नुसरत फ़तेह अली खान के नाम

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  5. नव वर्ष 2011 की बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं.

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  6. कभी ग़ेरों क्र लिए भी कुछ कर पाए तो क्षणभंगुर जीवम सफ़ल हो जाए ! आपको नव वर्ष मुबारक !

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  7. नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें..सुन्दर प्रस्तुति...

    आलोक अन्जान,
    http://aapkejaanib.blogspot.com/

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  8. यहाँ तक आने के लिए आप सब को धन्यवाद

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  9. नए साल की पहली पोस्ट.....अच्छी लगी.
    नव वर्ष पर आप को ढेर सारी बधाइयाँ.
    _____________
    'पाखी की दुनिया' में नए साल का पहला दिन.

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  10. आपको सपरिवार नये साल की हार्दिक शुभकामनायें। बहुत सुन्दर सन्देश देती रचना के लिये बधाई।

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